प्रशन=सर,लक्ष्य और नाम में क्या अंतर है।
और इनमे क्या समानताऐं होती हैं।
(पंकज सिंह,आगरा)
उत्तर=आपका यह प्रशन बहुत ही अच्छा है।
चलो।अब मैं आपको वास्तविक लक्ष्य और नाम में की परिभाषा समझाता हूँ।
विशवास का दूसरा नाम ही लक्ष्य है।
इंसान अपने आप में ही एक महान लक्ष्य होता है
जो अपने लक्ष्य से नाता तोड़ता है।
वह इंसान अपने आप को ही धोखा देता है।
लक्ष्य और नाम के बीच में खास कोई अंतर नही है।
लक्ष्य इंसान की आवश्यकता है।
और नाम इंसान का उदेशय हैं।
सिर्फ अंतर इतना है।कि लक्ष्य इंसान को धनी बनाता हैं।
और नाम इंसान को महान और श्रेष्ट बनाता है।
लक्ष्य तो इंसान की इच्छाओं से उत्पन्न होता है।
लेकिन नाम भगवान से उत्पन्न होता है।
जिस इंसान ने लक्ष्य और नाम को प्राप्त कर लिया।
उस इंसान का नाम इतिहास के पन्नों में लिखा जाता है।
इसलिये इंसान को लक्ष्य और नाम दोनों ही प्राप्त करने चाहिए।
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